पॉलिटेक्निक में वर्चुअल लैब की आवश्यकता
(Need of Virtual Lab in Polytechnic)
लैब
से तात्पर्य लेबोरेटरी अर्थात प्रयोगशाला से है ǀ लैब
से तात्पर्य ऐसे स्थान से है जहाँ उपकरणों, यन्त्रों, मशीनों इत्यादि की सहायता से
किसी सिद्धांत या तथ्य को सत्यापित किया जाता है ǀ
इंजीनियरिंग/पॉलिटेक्निक
संस्थानों में विज्ञान/इंजीनियरिंग/टेक्नोलॉजी की विभिन्न प्रयोगशालायें होती हैं
जहाँ वैज्ञानिक/इंजीनियरिंग सिद्धांतों का परीक्षण करके उनका सत्यापन किया जाता है
ǀ
वर्चुअल
लैब में सॉफ्टवेर या कम्प्यूटर प्रोग्राम की सहायता
से वास्तविक प्रयोगों को कम्प्यूटर में सिमुलेट(simulate) करके प्रयोग सम्पन्न
किया जाता है ǀ
वर्चुअल लैब के लाभ :
(1) वर्चुअल लैब की सहायता से दूर-दराज
स्थित संस्थाओं के छात्र विज्ञान एवं इंजीनियरिंग के प्रयोग आसानी से सम्पन्न कर
सकते हैं ǀ
(2) शोध- अनुसन्धान में मदद मिलती है ǀ
(3) ऐसी संस्थायें जहाँ सभी तरह के उपकरण,
यन्त्र एवं मशीनें उपलब्ध नहीं हैं वहाँ वर्चुअल लैब की सहायता से छात्रों को
तकनीकी रूप से दक्ष किया जा सकता है ǀ
(4) उत्सुक छात्र विभिन्न परिस्थितियों में
विभिन्न तरीके से प्रयोग सम्पन्न करके वैज्ञानिक/इंजीनियरिंग
सिद्धांतों का सत्यापन कर सकते हैं ǀ
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